हेलो दोस्तों क्या आप जानते हैं, हमारी इस ब्रह्मांड कितनी समय से मौजूद है, शायद आपने इसके ऊपर कई तरह की वीडियो देखे होंगे, लेकिन आज हम जो भी बात करेंगे वह सबसे अलग होगी, तो ब्रह्मांड जिसमें हम है धरती है सूरज आकाशगंगा और ना जाने क्या-क्या मौजूद है इस रहस्य जनक पेश में, जहां इन Object Matter की क्रिया कलाप निर्धारित होती है ब्रह्मांड के जन्म और समय पर, जिसे हम कई सालों से Study करते आए, Experiment में Quantum Gravity के एक नई Theory के द्वारा! ब्रह्मांड और समय के शुरुआत यानि जन्म और उसके मौजूदगी पर ऐसे एक रहस्य जनक mystery को सुझाया, जिसे आपके लिए भी विश्वास करना नामुमकिन होगी, तो बात है यह ब्रह्मांड और Time आखिर इन दोनों कितने समय से मौजूद है, और ब्रह्मांड के शुरुआत को लेकर Causal Set नाम की नई Theory के सामने क्वांटम थ्योरी को गलत साबित कर सकती है,
ब्रह्मांड और Time कितने समय से अस्तित्व में है | Causal Set Theory | Quantum Theory Hindisci.com
साइंटिस्ट bruno bento इन्होंने Causal Set Theory नाम की एक क्वांटम थ्योरी में बताया कि, कैसे Space और टाइम टूटकर बिखर जाते हैं और फिर कैसे इन दोनों Space-time बाण जाते हैं, वैज्ञानिकों का मानना है अंतरिक्ष और समय का कुछ स्तर पर फंडामेंटल यूनिट होती है, और इस Unit का उपयोग करके हम जान सकते यूनिवर्स के जन्म यानी शुरुआत को, यह Study विज्ञान की परिभाषा में बिल्कुल अलग और बहुत ही दूर की सोच थी, Study में पता चला ब्रह्मांड आनंद या Infinite समय से मौजूद है, और इसके विकसित होना शुरू हुआ Big Bang Explosion से, मतलब कि Big Bang घटना को ब्रह्मांड की जन्म या शुरुआत कहना आपके लिए गलत साबित होगी, बेसिकली Quantum Gravity आधुनिक फिजिक्स के सबसे बड़ी और उलझन से भारी पहली है, ब्रह्मांड को लेकर अब तक हमारे पास दो सक्रिय थ्योरी है, पहली Quantum Theory और दूसरी General Relativity, इनमें से क्वांटम थ्योरी में दिखाते है की यहां नेचर के 4 फंडामेंटल फोर्स है, जिनमें से 3 है, Electromagnetism, Weak force, Strong force और दूसरी तरफ जनरल रिलेटिविटी में ग्रैविटी को दिखाया गया, लेकिन जनरल रिलेटिविटी को अब तक कभी भी इसे संपूर्ण Theory माना नहीं गया, इसे आधा अधूरा माना जाते हैं, वह इसलिए क्योंकि जब हम Blackhole और ब्रह्मांड की शुरुआत की बात करते हैं, तो यह Theory सटीक तारा से काम नहीं करते, General Relativity को विफल बनाने वाले Blackhole और ब्रह्मांड के शुरूआती बात को, Singularities कहा जाते हैं, जो कि यह दोनों है अंतरिक्ष और समय के दो मौजूद बिंदु, जहां पर फिजिक्स के सारे नियम फेल हो जाते हैं, इसलिए Singularities के रहस्यों को समझने के लिए, हमें फिजिक्स के ताकत पर गुरुत्वाकर्षण को सुलझाने के लिए माइक्रोस्कोपिक स्तर की पुख्ता सबूत चाहिए होगा, But क्वांटम थ्योरी और जनरल रिलेटिविटी के अलावा और 2 Theory है String Theory और Loop Quantum Theory इनके साथ और एक थ्री को सामने लाया गया Causal Set Theory, अब फिजिक्स के इस वर्तमान सिद्धांत में Causal Set Theory के आधार पर, Space और Time Infinite या आनंद है, जो कि यह एक दूसरे के साथ धागा बांधकर जुड़ी है, जो सच्चाई भी बहुत ऊपर की बात, अगर आनंद Space-time में इन दोनों मौजूद बिंदुओं को एक साथ लाया जा सके, तो इससे ब्रह्मांड के शुरुआत की पता चल सकते हैं, जिस कारण Causal Set Theory में Space-time को तोड़ कर दिखाया गया, इसे कहते हैं Space-time के Atom, बेसिकली वह Space और Time को एक साथ रखने के लिए सीमा बनाते है, वैज्ञानिकों के अनुसार इन दोनों को एक साथ रखने की कारण इसके एक निर्दिष्ट सीमा होना चाहिए, पर यह सीमा इनके Atom के बराबर भी हो सकती है, But इस जटिल थ्योरी को समझने के लिए हमें कुछ Example चाहिए होगा, इमेजिंग कीजिए स्क्रीन में आपको यहां पर एक आर्टिकल दिख रहा है, जिसे आप आसानी पढ़ पा रहे हो, लेकिन जब स्क्रीन को मैग्निफाइंग ग्लास के जरिए देखेंगे, तो आपको स्क्रीन के अंदर छोटी-छोटी Pixels दिखने लगेगी, यदि इस Pixels को अलग कर दिया जाय, तो इस Later को आप पढ़ नहीं सकोगी, जो कि इसे समझने के लिए Pixels और Later दोनों को एक लाइन पर लाना जरूरी, Same उसी तरह Causal Set Theory के आधार पर आप Space और Time को कभी भी अलग-अलग देख नहीं सकते, इसे केवल एक ही साथी देखी जा सकती है, जिसके मतलब यह समझाता है कि, जब से ब्रह्मांड है तब समय है, क्योंकि समय को छोड़कर ना तो ब्रह्मांड पैदा हो सकती हैं, और ना ही ब्रह्मांड के अलाबा कभी समय शुरुआत हो सकती है, या फिर आप इसके विपरीत भी समझ सकते, भूतकाल में आपने जो समय बिताया और भविष्य में जो समय बिताएंगे, इस थ्योरी के कैलकुलेशन में इसके कोई मतलब नहीं निकलेगा, causal Set Theory सिर्फ वर्तमान समय में ब्रह्मांड के उपस्थिति जाहिर करती है, ना ही भूत या भविष्य, यह थ्योरी केवल real-time की बात करती है, इसे किसी Science Fiction सपने या भविष्य की तरह नहीं देखा जा सकता, यानि जिसे हम आज तक Big Bang से ब्रह्मांड के जन्म को समझते आए थे, वह असल में गलत, Causal Set Theory के आधार पर ब्रह्मांड में Big Bang जैसी कोई चीज नहीं थी, बिग बैंग से केवल ब्रह्मांड की विकसित हुआ यह फैललगे,लगे नहीं इसके जन्म, सच बात तो यह है कि Big Bang के पहले से ब्रह्मांड और समय आनंद या infinity है, यानी यदि ब्रह्मांड आनंद समय कल में गुजर रहा है, तो आप भूत कल किसे कहेंगे और भविष्य किसे कहेंगे, जो कि भूतकाल या भविष्य किसी भी चीज के लिए तभी हो सकती हैं, जब उसके शुरुआत और अंत की दो बिंदु मौजूद हो, लेकिन यहां ब्रह्मांड तो आनंद समय कल में बीत रहा है, तो इसके लिए कोई भी बिंदु होना Impossible, यह आपके लिए होगी तो सिर्फ वर्तमान, जिसके मतलब ब्रह्मांड और समय के शुरुआत तब हुई है जब आप इसे Real Time में देख रहे हो, यहां String Theory के अलावा हम ब्रह्मांड और समय को लेकर 3 तरह की Theory की बात की, Quantum Theory, General Relativity और नई Causal Set Theory, इनमें से जनरल रिलेटिविटी को आधा अधूरा Theory माना जाते हैं, जो कि ब्लैक होल और ब्रह्मांड के समय की ऊपर यह सटीक तरह से काम नहीं करते, अब रह जाते हैं Quantum Theory और Causal Set Theory, परंतु यह दोनों थ्योरी ब्रह्मांड और समय को अलग-अलग दिखाते हैं, फिलहाल Causal Set नहीं Theory को पूरी तरह प्रकाशित नहीं किया गया, इसके अभी भी Peer Review होना बाकी है, हो सकते Future में Quantum Theory की तरह Causal Set Theory से हमें ब्रह्मांड के बारे में और भी कई नई बात पता चले,
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